इंटरनेट क्या है
इंटर नेशनल नेटवर्किंग का संक्षिप्तआ क्षर है दुनिया भर में फैले हुए छोटे-बड़े कंप्यूटरों का विशाल विस्वव्यापी जाल है जो विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा सामान नियमों का अनुपालन कर एक- दूसरे से संपर्क स्थापित करते हैं तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान संभव बनाते हैं
यह नेटवरकों का नेटवर्क है यह संसार का सबसे बड़ा नेटवर्क है जो दुनिया भर में फैले व्यक्तिगत सार्वजनिक शैक्षिक व्यापारी तथा सरकारी नेटवर्क ओके आपस में जुडे होने से बनता है इंटरनेट से जुड़े प्रत्येक कंप्यूटर सरवर से जुड़ा होता है संसार के सभी सरवर विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा आपस में जुड़े होते हैं इसके बीच डेटा का स्थानांतरण पॉकेट सुचिंग तथा इंटरनेट प्रोटोकॉल के जरिए होता है किसी कंप्यूटर को इंटरनेट से जुड़ने के लिए हमें इंटरनेट सेवा प्रदाता इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर की सेवा देनी पड़ती है
टेलीफोन लाइन वायरलेस नेट द्वारा कंप्यूटर को इंटरनेट सेवा प्रदाता के सरवर से जोड़ा जाता है यह हमें इंटरनेट सेवा प्रदाता को कुछ शुल्क भी देना पड़ता है देना पड़ता है दुनिया के अनेक सरवर सेटेलाइट अन्य संचार माध्यमों द्वारा आपस में जुड़े रहते हैं तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान ते हैं वर्ल्ड वाइड वेब के विकास तथा TCP/IP के दीस्तरीय नियमों के परिपालन इंटरनेट को नया आयाम प्रदान किया है
वर्तमान में इंटरनेट पर उपलब्ध प्रमुख सुविधाएं हैं वर्ल्ड वाइड पर इलेक्ट्रॉनिक मेल वर्किंग साइट उबर इंटरनेट प्रोटोकॉल इंटरनेट प्रोटोकोल टीवी मार्च चैटिंग कॉन्फ्रेसिंग आदि
इंटरनेट का विकास
इंटरनेट की स्थापना का विचार सर्वप्रथम 1962 में प्रो. जे. सी लिकलाइडर ने दिया था इसी कारण इन्हें नेट का जनक भी माना जाता है घर की जाति संधि श्रृंखला कल्पना की थी आंकड़ों और कार्यक्रमों को किया जा सकता था
इंटरनेट का प्रारंभ 1969 मे अमेरिकी रक्षा विभाग अर्पैनेट फुल फॉर्म एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नेट की किया गया अर्पण नेट को दुनिया का पहला नेटवर्क कहा जाता है जिसमें चार दूरस्थ कंप्यूटर आपस में गए थे अगले 20 वर्षों तक इंटरनेट का उपयोग रक्षा और अनुसंधान तथा शिक्षा संस्थानों में ही होता रहा 1989 मैं इंटरनेट को आम जनता के लिए खोल दिए जाने से इसे का उपयोग प्रयोजनों के लिए किया जाने लगा तथा इसके क्षेत्र में व्यापक वृद्धि हुई
1990 में टीम बर्नर ली द्वारा वर्ल्ड वाइड वेब आविष्कार ने इंटरनेट को नया आयाम प्रदान किया आर्किटेक्चर नेटवर्किंग द्वारा टीसीपी/ आईपी दीया स्तरीय नियमों के परिपालन ने सूचनाओं का आदान-प्रदान सुविधाजनक बनाया 1993 में पहले ग्राफिक ब्राउज़र मोजाइक सॉफ्टवेयर की आविष्कार ने इंटरनेट के विकास में सराहनीय योगदान दिया मोजाइक सॉफ्टवेयर का विकास मार्क एंडरसन के नेतृत्व में किया गया था
इंटरनेट में पैकेट इचिंग का प्रयोग किया जाता है जिसमें विभिन्न सूचनाओं को बंडल बनाकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाता है कारण एक ही माध्यम का उपयोग विभिन्न उपभोक्ताओं द्वारा किया जाता है इसके द्वारा दुनिया भर की कंप्यूटर एक दूसरे से सीधे जुड़े बिना भी सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकते हैं आज इंटरनेट की पहुंच करोड़ों उपभोक्ताओं तक है इसी के बहुउद्देशीय उपयोग ने आधुनिक जीवन का अपरिहार्य बना दिया है
इंटरनेट सूचना तंत्र वस्तुतः किसी व्यक्ति या संस्था की नियंत्रण से परे हैं इंटरनेट पर संस्थानों निगम सरकारी उपक्रमों शिक्षण संस्थान व्यक्तिगत संस्थानों तथा विभिन्न सेवा प्रदाताओं का थोड़ा-थोड़ा स्वामित्व माना जा सकता है
इंटरनेट की कार्य प्रणाली की देखरेख करने तथा उनके अंतरराष्ट्रीय मानक निर्धारित करने का कार्य कुछ अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं करती हैं जिओ इंटरनेट पर आईपी एड्रेस डोमेन नेम प्रदान करने का कार्य भी करते हैं
कुछ अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं हैं
- इंटरनेट की अनेकों का निर्धारण करता है
- आईपी एड्रेस तथा डोमेन नेम सिस्टम का मानक निर्धारित करता है
- इंटरनेट इंजीनियर टास्क फोर्स
- इंटरनेट आर्किटेक्चर बोर्ड
भारत में इंटरनेट-
भारत में इंटरनेट का विकास इंटरनेट सेवा का प्रारंभ 15 अगस्त 1995 इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने वाली पहली कंपनी विदेश लिमिटेड , VSNL इंटरनेट सेवा प्रारंभ करने वाली निजी क्षेत्र की पहली कंपनी सत्यम इंफोवे 1998 MTNL की ब्रॉडबैंड सेवा का नाम ट्राई बैंड बीएसएनल की ब्रॉडबैंड सेवा का नाम डाटा वन है
यह एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो वर्ल्ड वाइड वेब से सूचना तथा डाटा प्राप्त करने तथा उसे उपयोगकर्ता के कंप्यूटर पर प्रदर्शित करने का कार्य करता है वेब सर्च इंजन कहा जाता है यस सर्फिंग करते समय उपयोगकर्ता को सूचना प्राप्त करने में सहायता करता है तथा समय की बचत भी करता है यह पूर्व में उपयोग किए गए इंटरनेट साइट का विवरण रखता है तथा डाटा को डाउनलोड करने की सुविधा भी प्रदान करता है
वर्ल्ड वाइड वेब से सूचना प्राप्त करने के लिए वेब ब्राउजर पर जैसे लिंक डाला जाता है
कुछ प्रचलित वेब ब्राउज़र है
- इंटरनेट एक्सप्लोरर
- नेटस्कैप नेविगेटर
- मोज़िला फायरफॉक्स
- सफारी एप्पल
क्रोम गूगल
ओपेरा मोबाइल फोन में प्रचलित
वेब सर्वर
यह कंप्यूटर जो वेब पेज को भंडारित करता है तथा नेटवर्क से जुड़े अन्य कंप्यूटरों की अनुरोध पर उन्हें वेबपेज उपलब्ध कराता है वेब सर्वर कहलाता है
यह माड्यूलेटर डी माड्यूलेटर का संक्षिप्त रूप है कंप्यूटर डिजिटल संकेत उत्पन्न करता है जबकि संचार माध्यम पर संकेत भेजा जा सकता है मॉडेम वह युक्ति है
जो कंप्यूटर के डिजिटल संकेतों को संकेतो में बदल कर संचार माध्यम पर भेजता है तथा आने वाले एनालॉग संकेतों को डिजिटल संकेतों में बदलकर कंप्यूटर के प्रयोग के योग्य बनाता है मॉडेम को सिस्टम यूनिट की कम्युनिकेशन कोड मॉडेम को कंप्यूटर तथा माध्यम की भी जोड़ा जाता है मॉडेम इमेज
मॉडेम के प्रकार
- बाय संरचना के आधार पर मॉडेम दो प्रकार के होते हैं
- आंतरिक मॉडेम इसे सिस्टम यूनिट के अंदर स्थापित किया जाता है
- बाय मॉडेम इसे सिस्टम यूनिट के बाहर रखा जाता है
नेटवर्क में प्रत्येक कंप्यूटर को एक विशेष नाम दिया जाता है जिसे डोमेन कहा जाता है डोमेन नेम 2 भाग होते हैं
एक्सटेंशन नाम
यह नाम हां जा सकता है पर एक्सटेंशन उपलब्ध विकल्पों में से ही कोई एक हो सकता है जैसे example.com मे example नाम है जबकि .com एक्सटेंशन है
डोमेन नेम में अंक या अक्षर या दोनों हो सकते हैं
इसमें अधिकतम 64 करैक्टर हो सकते हैं
इसमें एकमात्र विशेष करैक्टर प्रयोग हाइफ़न (-) किया जा सकता है
कुछ प्रमुख डोमेन नेम इस प्रकार है
- .com- communication
- .Net- network
- . gov- government
- .edu-education
- .org-organisation
- .mil- military
- .int-International
- .in-India
- .us-United state
thanks for reading posting"Internet Definition in Hindi"
यह पोस्ट पढ़कर मुझे कुछ सीखने को मिल जाता है बहुत अच्छा
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